Karobar Tips

Business Tips & Tricks – A Step Towards Self-Reliance

How to Start Spice Grinding Business

How To Start Spice Grinding Business In Low Investment

जब भी खाने की बात आती है तो मसाले (Spice) का जिक्र सबसे पहले होता है। मसाले भोजन को सुगंध (flavors), रंग (color), स्वाद (taste) और कभी-कभी बनावट (texture) भी देते हैं। बिना मसालों (spices) के खाना बेस्वाद और नीरस लगता है। खाद्य वैज्ञानिक डॉ गाय क्रॉस्बी के अनुसार, मनुष्य लगभग 10,000 व्यक्तिगत गंधों और स्वादों की पहचान करने और एक साथ जटिल स्वाद प्रोफाइल वाले मसालों का आनंद लेने में सक्षम है।

मसालों को पांच मूल स्वादों में विभाजित किया गया है, कड़वा, नमकीन, खट्टा, मीठा और उमामी। इसी तरह फ्लेवरर्स को 12 समूहों में परिभाषित किया गया है। इन 5 स्वादों और 12 फ्लेवरर्स को मिला कर दुनिया भर में हजारों तरह के मजेदार व्यंजन बनाये जाते हैं। इसलिए दुनिया के हर घर, होटल, रेस्तरां और रोड साइड ढाबे की रसोई में मसालों की शेल्फ या डिब्बा जरुर पाया जाता है

Five Basic Tastes

मसाला व्यवसाय - क्या भारत में लाभदायक है? | Spice Business - Is it Profitable in India?

जैसा कि हम सभी जानते हैं, मसाला खाद्य पदार्थों को बनाते समय मूल सामग्री के अंतर्गत आता है। साथ ही, यह रसोई के लिए एक महत्वपूर्ण खाद्य पदार्थ है। और भारत जैसे देश में जहां जनसंख्या की आवृत्ति इतनी अधिक है, तो मसालों की खपत भी बहुत अधिक है।

भारत दुनिया का सबसे बड़ा मसालों का उत्पादक और निर्यातक है, यहाँ लगभग सभी ज्ञात मसालों का उत्पादन किया जाता है; इसलिए इसे ‘मसालों की भूमि’ के रूप में जाना जाता है। 

खड़े मसालों और गैर-ब्रांडेड मसालों की तुलना में पिसे हुए मसाला मिश्रण और ब्रांडेड मसालों पर खर्च अधिक आता है इस लिए उन्हें अधिक लाभ मार्जिन की आवश्यकता होती है।यही कारण है कि मसाला उद्योग को एक छोटे पैमाने पर घर पर से ही शुरू किया जा सकता है और ये भारत में नए उद्यमियों के लिए एक लाभदायक निवेश का अवसर है।

मसाला व्यापार - भारतीय बाजार के अवसर | Spice Business - Indian Market Opportunities

हर भारतीय घर में मसालों की खपत बड़े पैमाने पर होती है और भारत में मसालों का बाज़ार सालाना 40,000 करोड़ के साथ बढ़ रहा है। वित्त वर्ष 2019-20 में, 3.62 बिलियन अमेरिकी डॉलर के मसालों का निर्यात किया गया और वित्त वर्ष 2020-21 के दौरान, COVID-19 महामारी के बावजूद, भारत से मसालों का निर्यात ऊपर की ओर जारी रहा और 3.5 बिलियन अमेरिकी डॉलर का आंकड़ा पार कर गया।[स्रोत]

export_trends_volume
export_trends

भारत सरकार ने वैश्विक बाजारों में भारतीय मसालों को विकसित करने और बढ़ावा देने के लिए वर्ष 1987 में मसाला बोर्ड का गठन किया है। स्पाइसेस बोर्ड (Spices Board India) भारत सरकार के वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय के अधीन कार्य करता है। स्पाइस हाउस सर्टिफिकेट या स्पाइस बोर्ड के साथ ब्रांड पंजीकरण या ऑर्गेनिक सर्टिफिकेट रखने वाले पंजीकृत मसाला निर्यातकों को विदेशों में मसाले भेजने के लिए सब्सिडी प्रदान की जाती है।

मसाला व्यापार - पंजीकरण और लाइसेंस | Spices Business - Registration and License

निगम लाइसेंस:
जिस राज्य/क्षेत्र में आप अपना व्यापार आरंभ करना चाह रहे हैं, उस क्षेत्र की नगरपालिका/नगर निगम/विकास प्राधिकरण या जिला उद्योग कार्यालय में जाकर आपको निगम लाइसेंस के लिए आवेदन देना होगा.

फैक्ट्री/लघु उद्योग/व्यवसाय लाइसेंस:
इस लाइसेंस को संबंधित जिले का लेबर डिपार्टमेंट जारी करता है। इसे चीफ इंसपेक्टर ऑफ फैक्ट्रीज (सीआईएफ) का लाइसेंस भी कहा जाता है। लेबर डिपार्टमेंट के इंस्पेक्टर समय-समय पर फैक्ट्री की जांच करते हैं। इसके तहत आपको कई तरह के रजिस्टर मेनटेन करने होते हैं और वर्कर से जुड़ी दर्जनों फॉर्मैलिटीज पूरी करनी होती हैं।

एमएसएमई पंजीकरण(MSME Registration):
किसी भी व्यवसाय को शुरु करने के लिए उद्योग पंजीकरण (Business Registration) जरूरी होता है। केन्द्र और राज्य सरकारों द्वारा समय समय पर जो लाभकारी योजनाएं चलाई जाती हैं उनका लाभ उठाने के लिए उद्योगों को एमएसएमई का पंजीकरण कराना अनिवार्य होता है। इसके लिए आपको नजदीकी जिला उद्योग केंद्र से सम्पर्क करने की आवश्यकता होगी.

जीएसटी पंजीकरण:
जीएसटी कानून के अनुसार, मसालों पर कोई जीएसटी देय नहीं है। इसलिए मसालों पर जीएसटी की दर शून्य है। जीएसटी पंजीकरण कारोबार को व्यवसाय के रूप में मान्यता दिलाने में मदद करता है और आपके व्यवसाय के लिए उन्नति के कई अवसर पैदा करता है। इसलिए प्रत्येक व्यवसाय के लिए जीएसटी पंजीकरण लेना अनिवार्य है।

ट्रेडमार्क पंजीकरण:
अपने ब्रांड लोगो को दूसरों द्वारा दुरूपयोग या दोहराव से बचाना बहुत आवश्यक है। अपने ब्रांड को सुरक्षित करने के लिए ट्रेडमार्क पंजीकरण करना आवश्यक है।

एफएसएसएआई (FSSAI ) पंजीकरण:
मसाला पाउडर एक खाद्य पदार्थ है इसलिए आपको एक खाद्य संचालन लाइसेंस या FSSAI पंजीकरण प्राप्त करने की आवश्यकता होती है जो हर खाद्य उद्योग के लिए अनिवार्य है।

आईएसओ (ISO) प्रमाणन:
आईएसओ 9001 सुनिश्चित करता है कि कंपनी के उत्पाद और सेवाएं ग्राहकों की अपेक्षाओं और ग्राहक संतुष्टि को पूरा करती हैं। इसलिए व्यवसाय के लिए आईएसओ प्रमाणन प्राप्त करना आवश्यक है।

नोट – एगमार्क प्रमाणीकरण प्राप्त करना उचित है।

सेफ्टी सर्टिफिकेट डिपार्टमेंट से एनओसी लेना
किसी भी लघु उद्योग में जो लोग काम करते हैं, उनकी सुरक्षा सर्वप्रथम है। सरकार ने कामगार की सुरक्षा के लिए इस सुरक्षा व्यवस्था को लागू किया है। किसी भी कारोबार को शुरु करने के तीन महीने के भीतर फायर एंड सेफ्टी डिपार्टमेंट से नॉन ऑब्जेक्ट सर्टिफिकेट (NOC) लेना अनिवार्य होता है।

एनओसी (NOC) लेने के लिए संबंधित व्यक्ति को अपने लघु उद्योग में आग से बचने के उपाय के बारे में बताना होता है। अग्निशमन मशीनों की संख्या को दिखाना होता है।

मसाला व्यवसाय - स्थान का चयन | Spices Business - Space Required

मसालों के साथ व्यवसाय शुरू करने के लिए किसी बड़े स्थान की आवश्यकता नहीं होती है, लगभग 500 वर्ग गज में व्यवसाय शुरू किया जा सकता है जिसमे से 250 गज का उपयोग मसालों के प्रोसेसिंग के लिए किया जा सकता है और अन्य 250 वर्ग गज मसालों की पैकेजिंग के लिए काफी होगा। स्थान का चयन करते समय ये जाँच लें की वहाँ बुनियादी सुविधाएँ उपलब्ध हैं जैसे पानी, बिजली, आदि।

कई राज्यों में घर से खाद्य व्यवसाय शुरू करने पर प्रतिबंध है, इसलिए सुनिश्चित करें कि स्थानीय सरकार द्वारा तय किए गए कानून का पालन हो रहा है।

ये भी सुनिश्चित करें कि व्यवसाय के लिए चुना गया स्थान परिवहन के अनुकूल है और व्यवसाय के लिए लक्षित बाजार तक आसानी से पहुँचा जा सकता है।

मसाला व्यवसाय - आवश्यक मशीनरी | Spices Business - Required Machinery

कच्चे मसालों को संसाधित करने और उन्हें पाउडर में बदलने के लिए जिन मशीनरी और उपकरणों की जरूरत होगी उनमें से कुछ की सूची नीचे दी गई है। अपनी आवश्यकताओं के अनुसार नवीनतम तकनीकों और अन्य विशिष्टताओं के लिए मशीनों का सावधानीपूर्वक चयन करें;

  • पिसाई मशीन (Grinding machine)
  • इम्पैक्ट पल्वराइज़र (Impact pulverizer)
  • डबल स्टेज पल्वराइज़र (Double stage pulverizer)
  • हैमर मिल (Hammer mill)
  • पाउन्डिंग मशीन (Pounding machine)
  • रोस्टर (Roster)
  • कंप्रेसर (Compressor)
  • हीट सीलिंग मशीन (Heat sealing machine)
  • पैकेट बनाने की मशीन (Packaging machine)
  • वजन नापने का मशीन (Weighing scale)

मसाला व्यवसाय - आवश्यक कच्चा माल | Spice Business - Required Raw Material

मसाला उद्योग में कच्चे माल के तौर पर मूल और सबसे आवश्यक सामग्री है; बिना पिसा साबुत मसाला। आप साबुत मसाले किसी भी थोक विक्रेता से खरीद सकते हैं या जो किसान मसालों की खेती करते हैं उनसे फसल के सीजन के अनुसार खरीद कर भंडारण कर सकते हैं शुरुआत में आप निम्नलिखित वस्तुओं को थोक में खरीदकर व्यवसाय शुरू कर सकते हैं;

  • लाल मिर्च
  • धनिया
  • जीरा
  • काली मिर्च
  • हल्दी
  • खसखस
  • सौंफ
  • मेथी
  • सरसों
  • स्वीकृत खाद्य रंग और परिरक्षक
  • स्वीकृत या खाद्य ग्रेड पैकिंग सामग्री

मसाला व्यवसाय - निर्माण प्रक्रिया | Spice Business - Manufacturing Process

1. सफाई और धुलाई
मसाला बनाने की सबसे प्रारंभिक प्रक्रिया है सामग्री की सफाई। जो मसाले जमीन के भीतर पैदा होते हैं उन्हें धुलाई द्वारा साफ किया जाता है और मसालों में से पत्थर, धूल और गंदगी जैसी अशुद्धियों को हटाया जाता है।

2. सुखाना
सफाई और धोने की प्रक्रिया के बाद उन्हें खुली धूप में या ड्रायर की मदद से सुखाया जाता है, मसाला पाउडर की गुणवत्ता अच्छी तरह से सूखे मसाले पर निर्भर करती है। यदि उचित सफाई और धुलाई नहीं की जाती है, तो इससे जीवाणुओं का विकास होगा, जोकि भोजन को जहरीला बना देंगे।

3.भूनना
मसालों के सूख जाने के बाद, उन्हें भूनने की प्रक्रिया से गुजरना होता है, कुछ मसालों को भूनना इसलिये भी आवश्यक है क्योंकि यह मसाले के पाउडर को सुगंध, रंग और अच्छा स्वाद देने में मदद करता है।

4.पीसाई
मसालों को बारीक चूर्ण के रूप में पीसने के लिए ग्राइंडिंग मशीन का प्रयोग किया जाता है।

5.ग्रेडिंग
मसाले कई तरह के होते हैं जैसे सब्ज़ी मसाला, चना मसाला, पावभाजी मसाला, करी मसाला, मीट मसाला आदि इन सभी तरह के मसाला पाउडर बनाने के अलग अलग फार्मूला होते है, किस मसाले में किस सामग्री की मात्रा कितनी होगी ये हर मसाला उद्योग का अपना गोपनीय सूत्र होता है. ग्रेडिंग एक ऐसी प्रक्रिया है जो मसालों के मिश्रण और उनके उपयोग किए गए कच्चे माल के अनुपात का आधार है, यह मसालों के प्रकार, स्वाद, घनत्व और रंग पर भी निर्धारण करता है।

6. छनाई
इस प्रकिया में मसाला पाउडर को बारीक छलनी में छान कर उनकी एक सामान पिसाई को सुनिश्चित किया जाता है ताकि मिलाई गई सभी मसाला सामग्री अच्छी तरह से मिल जाए और समान आकार में हो।

7. मसाले की पैकेजिंग
मसाले आपके पसंदीदा व्यंजनों को बेहद ल़जीज और जायकेदार बना देते हैं, लेकिन उनके जादू को काम करने के लिए, उन्हें ताजा होना जरुरी है। मसालों की गुणवत्ता और ताजगी बनाये रखने के लिए उनकी सही पैकेजिंग अनिवार्य है।

एक बार जब मसाले पाउडर के रूप में परिवर्तित हो जाते हैं, तो मसाला पाउडर को तौल की मात्रा के अनुसार पैकटों में भर दिया जाता है और सीलिंग मशीन की मदद से सील कर दिया जाता है।

मसाला व्यवसाय - तैयार मसालों के लिए बाज़ार | Spice Business - Market for finished goods

उत्पाद बन जाने के बाद आखिरी, लेकिन सबसे महत्वपूर्ण कदम है मुनाफा कमाने के लिए उसे बेचना। उत्पाद को बेचने के लिए बहुत से विकल्प हैं और इस प्रक्रिया पर बहुत ही सावधानी से काम करने की जरूरत होती है, आपके द्वारा चुने गए बाजार विकल्प ही ये निर्धारित करेगे कि आपको कैसे और कितना लाभ होगा। प्रारंभिक चरण में आप मॉल, किराना स्टोर इत्यादि जैसे बड़े बाजार स्थानों पर जाने से पहले इन विकल्पों को आजमा सकते हैं;

स्थानीय बाजार {खुदरा}: आप स्थानीय बाजारों में, किसान बाजार में, स्थानीय कुकिंग स्कूलों में और खाद्य शो में अपने उत्पादों को छोटे पैमाने पर / खुदरा बिक्री पर बेचने का विकल्प चुन सकते हैं।

थोक बाजार : आप अपने मसाला उत्पादों को स्थानीय थोक बाजार में बेच सकते हैं। एक थोक व्यापारी को बेचना एक बेहतर विकल्प है क्योंकि आपको बस अपना सामान एक ही स्थान पर बेचना है और इस तरह आप ज्यादा बिक्री के साथ साथ ज्यादा उत्पादन करने के लिए आगे बढ़ सकते हैं।

ऑनलाइन: आप अपने उत्पादों को ऑनलाइन बेचने और कहीं भी जाए बिना कमाई करने का विकल्प भी चुन सकते हैं। ऑनलाइन मार्केटिंग दो प्रकार की हो सकती है;

  • B2B वेबसाइटें: अलीबाबा, इंडियामार्ट आदि जैसी वेबसाइटें आपको अपने उत्पादों को थोक ऑर्डर में बेचने का विकल्प प्रदान करती हैं। इन वेबसाइटों के माध्यम से, आपको ग्राहक से सीधे संपर्क करने की आवश्यकता नहीं है, वेबसाइट यह सब आपके लिए करती है और वे आपकी वस्तुओं को बेचने में आपकी सहायता करती हैं।
  • B2C वेबसाइटें: ये ऐसी वेबसाइटें हैं जहां आप अपना उत्पाद सीधे ग्राहक को बेच सकते हैं।

निर्यात: आप अपना सामान विदेश में भी बेच सकते हैं। आपको बस आवश्यक लाइसेंस और पंजीकरण प्राप्त करना है और निर्यात करना शुरू करना है।

Back to top